आओ हम सब आज़ादी का जश्न मनाये
भेदभाव का उंच नीच का फ़र्क मिटायें
हमसे बैर जो लेने आये मुँह की खायें
आँख उठा कर दुश्मन हमको देख न पायें
हिन्दुस्तां की धरती पर सब इक जुट होकर
नफ़रत की ये खड़ी हुई दीवार गिरायें
देश पे अपने प्राण न्योछावर कर दें हँस कर
ऐसा मन में देश-प्रेम का भाव जगायें
हिन्दुस्तानी माताएँ अपने बच्चों को
अमर शहीद जवानों के यशगान सुनायें
एक वतन है एक हमारी धरती माता
देश के हित की ख़ातिर हम भी इक हो जाए
बेहतरीन प्रस्तुति...जय हिन्द...
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