Friday, 6 March 2015

देगा नुकसान ये मुस्कुराना बहुत

अश्क़ पड़ जायेंगे फिर बहाना बहुत 
देगा नुकसान  ये मुस्कुराना बहुत 

ज़ब्त करने की अब हम में ताकत कहाँ 
आपका हो गया आज़माना बहुत 

आप रिश्ता निभाना नहीं जानते 
 जाईयें हो चुका दोस्ताना बहुत 

जिसने मासूम फूलों को ज़ख़्मी किया 
उसकी  हरकत थी ये कायराना बहुत 

नन्ही कलियाँ मसल कर वो हँसते रहे 
क़हक़हे उनके थे वहशियाना बहुत 

इक बुरा हादसा भूल पायी न वो 
लाख चाहा है उसने भुलाना बहुत

ashq pad jaayenge phir bahana bahut 
dega nuksaan ye muskurana bahut 

zabt karne ki ab hum mein taakat kahan 
aapka ho gaya aazmana bahut 

aap rishta nibhana nahi janate 
jaiye'n ho chuka  dostana bahut 

jisne  masoom pholon ko zakhmi kiya 
uski harkat thi  ye kayrana  bahut 

Nanhin kaliyan masal kar wo  hanste rahe
 qahqahe  unke the wahshiyana bahut 

ik bura hadsa bhool paayi  na wo 
lakh chaha hai usne bhulana bahut 





siya 

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