सितम क्या ढा दिया है आज मैंने
उसे ठुकरा दिया है आज मैंने
दिल ए नादाँ करम उनके थे वक़्ती
तुझे समझा दिया है आज मैंने
हाँ करके क़त्ल अपनी हसरतों का
कफ़न पहना दिया है आज मैंने
जो पाला था कभी मासूम सपना
उसे दफना दिया है आज मैंने
सभी अपने है कह के आज दिल को
सिया बहला दिया है आज मैंने ..
उसे ठुकरा दिया है आज मैंने
दिल ए नादाँ करम उनके थे वक़्ती
तुझे समझा दिया है आज मैंने
हाँ करके क़त्ल अपनी हसरतों का
कफ़न पहना दिया है आज मैंने
जो पाला था कभी मासूम सपना
उसे दफना दिया है आज मैंने
सभी अपने है कह के आज दिल को
सिया बहला दिया है आज मैंने ..
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