आओ हम सब आज़ादी का जश्न मनायें
भारत माँ के वीरों का यशगान सुनायें
हमें मिली आज़ादी जिनके बलिदानो से।
उन वीरों को याद करें हम न बिसरायें
भारत माँ के वीरों का यशगान सुनायें
हमें मिली आज़ादी जिनके बलिदानो से।
उन वीरों को याद करें हम न बिसरायें
संकट आया तो सब अपना काम भूल कर
लोहे की दीवार से डट जाएँ सरहद पर
धन्य है वो माँ जिसने ऐसे लाल जने है
देश की ख़ातिर जो क़ुर्बान हुए हैं हँसकर
लोहे की दीवार से डट जाएँ सरहद पर
धन्य है वो माँ जिसने ऐसे लाल जने है
देश की ख़ातिर जो क़ुर्बान हुए हैं हँसकर
सूरज जिसको किरणों की माला पहनाता
धवल हिमालय इसके सर की शान बढ़ाता
इस गुलशन को प्रेम से आओ हम महकायें
जन जन में हम देश प्रेम की अलख जगायें
धवल हिमालय इसके सर की शान बढ़ाता
इस गुलशन को प्रेम से आओ हम महकायें
जन जन में हम देश प्रेम की अलख जगायें
नफरत की दीवार गिराना है हम सबको
जन विकास की मंज़िल पाना है हम सबको
आओ हम सब एक ही सुर में मिल कर गायें
देश के हित में भारतवासी इक हो जायें ,,
जन विकास की मंज़िल पाना है हम सबको
आओ हम सब एक ही सुर में मिल कर गायें
देश के हित में भारतवासी इक हो जायें ,,
सार्थक प्रस्तुति...
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