ग़म भुला कर मुस्कुरा देना है आदत आपकी
आपकी नज़रों से पढ़ लेती हूँ सूरत आपकी
ज़िंदगी में हर क़दम पर है ज़रूरत आपकी
मेरे दिल पे हो गयी है अब हुक़ूमत आपकी
आपको मरक़ज़ में रख कर आँखें करती हैं तवाफ़
इस तरह करती रही हूँ मैं इबादत आपकी
आप जितना भी छुपाना चाहे छुप सकता नहीं
आप का ये हाल करता है वज़ाहत आपकी
आपको मासूमियत और सादगी से क्या मिला
जान ले लेगी किसी दिन ये शराफ़त आपकी
आपका आज़ुर्दा होना कब गँवारा था हमें
कैसे देखें ये बताये ऐसी हालत आपकी
शक्ल ए इंसान में फ़रिश्ता पा लिया मैंने सिया
बस गयी हर एक धड़कन में अक़ीदत आपकी ..
gham bhulakar muskra dena hai aadat aapki
aapki nazro'n se padh leti hoon surat aapki
zindagi mein har qadam par hai zarurat aapki
mere dil pe ho gayi hai ab huqumat aapki
aapko marqaz mein rakh kar aankhen karti hai tawaf
is tarha karti rahi hoon main ibadat aapki
”Aap jitna bhi chupana chahe'n chup sakta nahi'n
aapka ye haal karta hai wazahat aapki
aapko masumiyat aur sadgi se kya mila
jaan le legi kisi din ye shrafat aapki
aapka aazurda hona kab ganwara tha hame'n
kaise dekhe'n ye bataye aisi haalat aapki
shakl e insaan mein farishta pa liya maine siya
bas gayi har ek dhadkan mein aqeedat aapki
आपकी नज़रों से पढ़ लेती हूँ सूरत आपकी
ज़िंदगी में हर क़दम पर है ज़रूरत आपकी
मेरे दिल पे हो गयी है अब हुक़ूमत आपकी
आपको मरक़ज़ में रख कर आँखें करती हैं तवाफ़
इस तरह करती रही हूँ मैं इबादत आपकी
आप जितना भी छुपाना चाहे छुप सकता नहीं
आप का ये हाल करता है वज़ाहत आपकी
आपको मासूमियत और सादगी से क्या मिला
जान ले लेगी किसी दिन ये शराफ़त आपकी
आपका आज़ुर्दा होना कब गँवारा था हमें
कैसे देखें ये बताये ऐसी हालत आपकी
शक्ल ए इंसान में फ़रिश्ता पा लिया मैंने सिया
बस गयी हर एक धड़कन में अक़ीदत आपकी ..
gham bhulakar muskra dena hai aadat aapki
aapki nazro'n se padh leti hoon surat aapki
zindagi mein har qadam par hai zarurat aapki
mere dil pe ho gayi hai ab huqumat aapki
aapko marqaz mein rakh kar aankhen karti hai tawaf
is tarha karti rahi hoon main ibadat aapki
”Aap jitna bhi chupana chahe'n chup sakta nahi'n
aapka ye haal karta hai wazahat aapki
aapko masumiyat aur sadgi se kya mila
jaan le legi kisi din ye shrafat aapki
aapka aazurda hona kab ganwara tha hame'n
kaise dekhe'n ye bataye aisi haalat aapki
shakl e insaan mein farishta pa liya maine siya
bas gayi har ek dhadkan mein aqeedat aapki
बेहतरीन
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