तुमने नज़रों से ग़र उतारा तो
टूट जायेगा दिल बेचारा तो
जब ग़म ए ज़िंदगी ने मारा तो
कर लिया आपने किनारा तो
ख़ुद से पहचान हो गयी मेरी
वक़्त तन्हा ज़रा गुज़ारा तो
आइना क्यों चटक गया तौबा
मैंने ख़ुद को ज़रा सँवारा तो
आप को क्यों खटक गया इतना
दर्द काग़ज़ पे जब उतारा तो
ज़ख्म मुझको भी लग गए गहरे
ख़ैर वो शख़्स मुझसे हारा तो
फिर न मुझसे कभी जुदा होना
मिल गए हो जो अब दुबारा तो
इस क़दर मत कुरेद माज़ी को
शोला बन जाएगा शरारा तो
कोई अपना किसी से बिछड़ा है
देखो टूटा है फिर सितारा तो
tumne nazro'n se gar utara to
tut jaayega dil bechara to
jab gham-e-zindagi ne mara to
kar liya aap ne kinara to
khud se pahchan ho gayi meri
waqt tanha zara guzara to
aaina kyo chatak gaya tauba
maine khud ko zaraa sanwara to
aap ko kyo khatak gaya itna
Dard kaghaz pe jab utara to
zakhm mujhko bhi lag gaye gahre
khair wo shakhs mujhse haara to
phir na mujhse kabhi juda hona
mil gaye ho jo ab dubara to
is qadar mat qured mazi ko
shola ban jaayega shrara to
koyi apna kisi se bichada hai
dekho tuta hai phir sitara to
टूट जायेगा दिल बेचारा तो
जब ग़म ए ज़िंदगी ने मारा तो
कर लिया आपने किनारा तो
ख़ुद से पहचान हो गयी मेरी
वक़्त तन्हा ज़रा गुज़ारा तो
आइना क्यों चटक गया तौबा
मैंने ख़ुद को ज़रा सँवारा तो
आप को क्यों खटक गया इतना
दर्द काग़ज़ पे जब उतारा तो
ज़ख्म मुझको भी लग गए गहरे
ख़ैर वो शख़्स मुझसे हारा तो
फिर न मुझसे कभी जुदा होना
मिल गए हो जो अब दुबारा तो
इस क़दर मत कुरेद माज़ी को
शोला बन जाएगा शरारा तो
कोई अपना किसी से बिछड़ा है
देखो टूटा है फिर सितारा तो
tumne nazro'n se gar utara to
tut jaayega dil bechara to
jab gham-e-zindagi ne mara to
kar liya aap ne kinara to
khud se pahchan ho gayi meri
waqt tanha zara guzara to
aaina kyo chatak gaya tauba
maine khud ko zaraa sanwara to
aap ko kyo khatak gaya itna
Dard kaghaz pe jab utara to
zakhm mujhko bhi lag gaye gahre
khair wo shakhs mujhse haara to
phir na mujhse kabhi juda hona
mil gaye ho jo ab dubara to
is qadar mat qured mazi ko
shola ban jaayega shrara to
koyi apna kisi se bichada hai
dekho tuta hai phir sitara to
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