मेरे मनमंदिर के बस भगवान् तुम्ही हो
इस देहि में बन कर रहते प्राण तुम्ही हो
यह अनमोल दिए तोहफ़े ख़ुशियों के तुमने
इन होठों पे आयी जो मुस्कान तुम्ही हो
इक अटूट बंधन सा है ये साथ हमारा
प्रेम ,आस्था और मेरा अभिमान तुम्ही हो
पुण्य किया था मैंने जो पाया है तुमको
पूजा अर्चन भक्ति मेरा ध्यान तुम्ही हो
प्यासे मन को सागर जैसा प्यार मिला है
तुम्ही अर्थ हो इस जीवन के ज्ञान तुम्ही हो
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