एक चमन में सारे फ़ूल
कितने हैं ये प्यारे फ़ूल
आते जाते रोज़ यूँही
होते हैं बंजारे फ़ूल
लूटने आया जब कोई
बन बैठे अंगारे फ़ूल
जीवन की हर बाज़ीसे
शर्त कभी न हारे फ़ूल
सबकी ख्वाहिश होती है
ख़ुश्बू, चाँद, सितारे फ़ूल
दौलत की कब हसरत है
सिर्फ "सिया" को प्यारे फ़ूल
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