दोहे .....
सबका मालिक एक हैं कर ले इतना ध्यान
बन्दे,फिर हो जाएगी हर मुश्किल आसान
दिल की धरती में हुए अश्क प्रेम की खाद
सारे झगड़े मिट गए खत्म हुए प्रतिवाद
फ़ैल गया है देश में इतना भ्रष्टाचार
दूषित है हर आत्मा दूषित हुवे विचार
जो माने ख़ुद को बड़ा करता है अभिमान
उसको मिलता ही नहीं दुनिया में सम्मान
आँखों आँखों में हुआ दोनों का संवाद
धड़कन ने बढ़ कर किया फिर उसका अनुवाद
सबका मालिक एक हैं कर ले इतना ध्यान
बन्दे,फिर हो जाएगी हर मुश्किल आसान
दिल की धरती में हुए अश्क प्रेम की खाद
सारे झगड़े मिट गए खत्म हुए प्रतिवाद
फ़ैल गया है देश में इतना भ्रष्टाचार
दूषित है हर आत्मा दूषित हुवे विचार
जो माने ख़ुद को बड़ा करता है अभिमान
उसको मिलता ही नहीं दुनिया में सम्मान
आँखों आँखों में हुआ दोनों का संवाद
धड़कन ने बढ़ कर किया फिर उसका अनुवाद
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