क्यूं ये दुनिया दरमियां दीवार है.
आपकी आँखों में कितना प्यार है.
कागज़ -ए -दिल पे लिखे थे लफ्ज़ कुछ
पढ़ तो लेना इश्क का इज़हार है
यूं तो ख्वाबो में सफ़र करते हो तुम
हाँ हकीकत में भी तो दरकार है
कब से जागी पलके हैं बोझल मेरी
अब तो पल भर नींद भी दुश्वार है
फैसला अपना ले या, ठुकराये आप
आपके कदमो में अब मेरा संसार है
जाने कब होगा दीदारे _यार का
दिल 'सिया' बरसो से बेकरार है
सिया
"यूं तो ख्वाबो में मेरे सफ़र करते हो अक्सर
ReplyDeleteजिंदगी में भी मेरी आपको दरकार है"
बहुत बढ़िया