कच्चे बखिये से उधड़ जाते झूटे रिश्ते
दिल को तकलीफ़ ही देते हैं टूटे रिश्ते
दर्द का एक खजाना मिला हैं क़र्ज़ मुझे
किश्त के जैसे चुकाना है अधूरे रिश्ते
मुझको अपनों ने किया हवाले किसके
देखिये आज मुझसे ही हैं रूठे रिश्ते
आईना एक अगर हो तो मैं चेहरा देखूं
छन से टूटा जो ये शीशा तो फूटे रिश्ते
मैं "सिया" हूँ, मुझे अपनी न बताओ बातें
मुझको दरकार नहीं थे कभी मैले रिश्ते
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