सर पे साईं तेरी जो रहमत हैं
जिंदगी में सकूं है राहत है
हमको मालूम हैं मेरे साईं
जो भी कुछ है तेरी इनायत है
फिर बला कैसे मुझ तलक आये
साईं जब कर रहा हिफाज़त है
हो मुरादे सभी की पूरी यहाँ
नाम में तेरे कितनी बरक़त हैं
जिंदगी में सकूं है राहत है
हमको मालूम हैं मेरे साईं
जो भी कुछ है तेरी इनायत है
फिर बला कैसे मुझ तलक आये
साईं जब कर रहा हिफाज़त है
हो मुरादे सभी की पूरी यहाँ
नाम में तेरे कितनी बरक़त हैं
मुझको हर शय में नज़र आये तू
इस कदर मुझको तुझसे निस्बत है
ऐ अनाथों के नाथ तुझ पे निसार
तेरे भक्तो को तेरी चाहत हैं
मुझ को जो भी मिला है दुनिया में
साईं सब कुछ तेरी ही रहमत है
ऐ अनाथों के नाथ तुझ पे निसार
तेरे भक्तो को तेरी चाहत हैं
मुझ को जो भी मिला है दुनिया में
साईं सब कुछ तेरी ही रहमत है
साईं जो कुछ सिया ने लिक्खा है
उसके हर लफ्ज़ में मोहब्बत है
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