वादा किया जो वो निभाना तो चाहिए
गर कोई शिकायत थी बताना तो चाहिए
यूँ भीग उठे दिल की ज़मीन जो हुई वीरान
बारिश की ऐसी बूँद भी आना तो चाहिए
काफी दिनों से वो जो खफा खफा से हैं
अब उसके घर पे आपको जाना तो चाहिए
माना मुहब्बतों का ये मौसम नहीं मगर
बादल की घटाओ को छाना तो चाहिए
माना की आ गया है सर पर मेरे सूरज
ऐ वक़्त मुझको पहले जगाना तो चाहिए
सिया
सिया
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